Hidden hunger |
हिडन हंगर छिपी हुई भूख को सूक्ष्म पोषक तत्वों ( micro nutrients) की कमी के रूप में भी जाना जाता है। दुनिया भर में 2 बिलियन से अधिक व्यक्तियों या 3 में से एक व्यक्ति में पोषक तत्वों की कमी पाई गई है। भोजन में माइक्रोन्यूट्रिएंट्स की कमी होने पर प्रभाव विनाशकारी हो सकते हैं इससे मानसिक दुर्बलता खराब स्वास्थ्य और जहां तक की मृत्यु भी हो सकती है।
डेफिनिशन ऑफ़ हिडन हंगर (definition of hidden hunger) -
Hidden hunger आपकी छिपी हुई भूख एक प्रकार का कुपोषण होता है इंडिया अफ्रीका ऐसे ही कई गरीब देशों के व्यक्तियो तथा बच्चों को पेट भर कर भोजन तो मिल जाता है। पर उनको आवश्यक सुक्ष्म पोषक तत्वों (micronutrients) जैसे जस्ता, आयोडीन ,लोहा नही मिल पाते है।
यह सूक्ष्म पोषक तत्व हमारे अच्छे स्वास्थ्य के लिए आवश्यक होते हैं। सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी के कारण खराब भोजन , कुछ जीवन चरणों के दौरान बड़ी हुई पोषक तत्वों की आवश्यकता जैसे pragnancy और स्वास्थ समस्या जैसे कोई बीमारी संक्रमण क्या परजीवी शामिल है।
विटामिन(vitamin) और खनिज (micronutients)की कमी के कारण हिडन हंगर-
खराब आहार छिपी हुई भूख (hidden hunger) का एक प्रमुख कारण है अधिकतर मुख्य फसलो जैसे गेंहू चावल, मक्का,बाजरा आदि पर आधारित भोजन दैनिक जीवन में अधिक उपयोग होता है।
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ये भोजन दैनिक जीवन के लिए उपयोगी उर्जा का एक बड़ा हिस्सा प्रदान करते है। परन्तु इनमे आवश्यक विटामिन(vitamins ( और खनिज (micro-nutrients) कम मात्रा में पाए जाते है जो कि (hidden hunger) छुपी हुई भूख का कारण है।
अशिक्षा ओर जानकारी के आभाव मे छिपी हुई भूख (hidden hunger) से शिकार लोग संतुलित और पोष्टिक आहार के महत्व को नही समझ सकते है और न ही विकासील देशो में पशुओं से बने खाद्य पदार्थों जैसे अंडे मांस ,मछली , डेरी आदि को विस्तृत श्रृंखला या बड़ी चैन के रूप में उपयोग करने में सक्षम नहीं हो पाते हैं। जिसके कारण छिपी हुई भूख (hidden hunger) में वृद्धि होती है।
गरीबी के कारण भी लोग पोष्टिक आहार ख़रीदने में सक्षम नही होते है और कुछ पौष्टिक आहार तक ही सीमित रह जाते हैं। जिसके कारण से छिपी हुई भूख(hidden hunger) में वृद्धि होती है। सूक्ष्म पोषक तत्वों(micronutrients) का अवशोषण या पोषक तत्वों का उपयोग भी शरीर मे मिक्रोन्यूट्रिएंट के संतुलन को बिगाड़ सकता है।
शरीर में किसी परजीवी(perasite) का संक्रमण(infection) होने पर ही अबशोषण प्रभावित होता है। इससे सूक्ष्म पोषक तत्वों (micronutrients) की बॉडी में कमी या हानि हो सकती है। भोजन में पर्याप्त मात्रा में वसा(fats) का सेवन करने से वसा में घुलनसील विटामिन जैसे विटामिन ए को सर्वोत्तम रूप में अबशोषित होता है।
भोजन में वसा की कमी होने पर भी वसा में घुलनशील वितामिन की शरीर मे कमी आ जाती है। शराब की खपत सूट में पोषक तत्वों के अवशोषण में रुकावट सकती है जिससे शरीर मे मिक्रोन्यूट्रिएंट की कमी हो जाती है।
हिडन हंगर के प्रभाव (effects of hidden hunger )-
हिडन हंगर के कई प्रभाव हो सकते है जैसे की आहार में विटामिन ए की कमी होने पर रतोंधी रोग हो सकता है या आंखों की रोशनी का कम होना शामिल है। साथ ही रोगों से लड़ने की क्षमता में भी कमी आती है। बच्चों में भोजन में आयोडीन की कमी होने पर मानसिक विकास रुक जाता है और बच्चों को सीखने में कठिनाई होती है।
आहार में आयरन युक्त भोजन जैसे हरी सब्जियां, फल आदि की कमी होने पर शरीर में आयरन की कमी हो जाती है जिससे एनीमिया(animia) होने का खतरा बढ़ जाता है और यह अधिकतर बढ़ते हुए बच्चों तथा महिलाओं में देखा गया है।
सूक्ष्म पोषक तत्व (micronutrients) की कमी होने पर बच्चो कुपोषण मंद बुद्धि शरीर का संपूर्ण विकास नहीं हो पाता है साथ ही कार्य करने की क्षमता में भी कमी आ जाती है। इसके अलावा रोगों से लड़ने की क्षमता में कमी होना, बालों का समय से पहले सफेद होना ,शरीर की वृद्धि रुक जाना, वजन नही बढ़ना ,मोटापा आदि हो सकते हैं pragnant महिला में मिक्रोन्यूट्रिएंट की कमी होने पर गर्भ में पल रहे बच्चे का विकास ठीक से नही हो पाता है।
हिडन हंगर का समाधान (solution of hidden hunger)
यह एक प्रकार की खाद तत्वों की कामे से होने वाली समस्या है। जिसको अपने दैनिक भोजन में आवश्यक पोषक तत्वों को शामिल करके ठीक किया जा सकता है। इसके लिए हम कुछ निम्न प्रकार के तरीके उपयोग कर सकते है-
विभिन्न प्रकार के भोजन को दैनिक आहार(diet ) में शामिल करना
healthy food diet |
छिपी हुई भूख (hidden hunger)का प्रमुख कारण भोजन में सूक्ष्म पोषक तत्वों(micronutrients) की कमी का होना है। यदि भोजन में अलग अलग प्रकार के खाद्य पदार्थो जैैसे हरी सब्जिया, फल ,दाले ,अंकुरित अनाज, दुुध , पनीर, मांस ,अंडे, ड्राई फ्रूट्स आदि शामिल करके हिडन हंगर या छिपी भूक(hidden hunger) को कम या समाप्त किया जा सकता है।
बायोफोर्टिफिकेशन करके ( By Bio Fortification)
बायोफोर्टिफिकेशन(bio-fortification) खाद्य आहार में सुक्ष्म पोषक तत्वों (micronutrients)में वृद्धि करनी की एक अच्छी विधि है। इसमें पारंपरिक या ट्रांसजेनिक विधियों का उपयोग करके सूक्ष्म पोषक सामग्री को बढाने के लिए खाद्य फसलों को दूसरी अच्छी गुडवत्ता वाली फसल के साथ प्रजनन कराया जाता है।
ओर इसके परिणाम स्वरूप उत्पन्न ख़ाद्य फसल कीटो के विरुद्ध अधिक रोग प्रतिरोधक क्षमता तथा अधिक सूक्ष्म पोषक तत्व (micronutrients)युक्त होती है। ट्रांसजेनिक विधि का उपयोग करके गोल्डन राइस (सुनहरे चावल ) की किस्म को विकसित किया गया है जिसमे विटामिन A अधिक मात्रा में पाया जाता है।
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इसके अलावा प्रोटीन एमिनो एसिड ,खनिज युक्त फसलो को विकसित किया गया है। आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों जो महंगे अधिक nutrients युक्त भोज्य पदार्थ खरीदने में सक्षम नही है।
बायोफोर्टिफिकेशन(bio-fortification) की प्रकिया द्वारा micronutrients युक्त फसलो को विकसित करके इस ohidden hunger) छिपी हुई भूख को कम या समाप्त किया जा सकता है।साथ ही iron तथा folic acid की tablets ओर syrups देकर अनीमिया(Anaemia) से बचा जा सकता है।
हिडन हंगरी क्या है?पोस्ट का सारांश
इस पोस्ट के द्वारा हमने हिडेन हंगर(hidden hunger) को समझाने का प्रयास किया है जिसमे हमने बताया की यह क्या होता है हिडेन हंगर किन किन वजहों से होता है और इसका क्या समाधान है। आशा करते है की आपको पोस्ट पसंद आयी होगी। इस पोस्ट से रिलेटेड कोई suggestion या feedback हो तो comment करके अवश्य बताये।
धन्यवाद
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