बॉम्बे ब्लड ग्रुप क्या हैं ??
bombay blood group हमारे ब्लड ग्रुप का एक बिशेष प्रकार का ब्लड ग्रुप होता है bombay blood group को hh ब्लड ग्रुप के नाम से भी जाना जाता हैं इस blood group की खोज सबसे पहले मुंबई ( Bombay) में हुई थी । इसलिए इसे bombay blood group के नाम से जाना जाता है।
Bombay blood group |
इसकी खोज Dr. Y. M. bhinde के द्धारा सन 1942 में की थी bombay blood group hh या oh ब्लड ग्रुप के नाम से भी जाना जाता हैं। यह blood group india में 250000 व्यक्तियों में से 1 में पाया जाता है ओर मुंबई मे 7600 व्यक्तियों में से 1 मे bombay blood group पाया जाता हैं। यह बहुत ही रेयर ब्लड ग्रुप होता है जो सभी प्रकार के ब्लड ग्रुप के लोगो अपना ब्लड दे सकता है परन्तु केवल बॉम्बे ब्लड ही ले सकता है।
बॉम्बे ब्लड ग्रुप अन्य ब्लड ग्रुप से किस प्रकार अलग हैं ?
bombay blood group अन्य blood group से किस प्रकार अलग हैं यह समझने से पहले आपको अन्य blood group को जानना जरूरी हैं ABO ब्लड ग्रुप की खोज सन 1900 में Austrian doctor कार्ल लैंड स्टीनर ने की थी । इन्होने कई प्रयोगो के द्वारा RBCs की सतय पर पाए जाने वाले प्रोटीन का पता लगाया जिसे ग्लाइकोप्रोटीन कहते है।
यह एक प्रकार का ग्लाइकोप्रोटीन agglutinogen (एंटीजन) होता है Austrian doctor कार्ल लैंड स्टीनरने इन एंटीजन की उपस्थिति और प्रकार के आधार ब्लड ग्रुप को नाम दिए ये agglutinogens (antigen) दो types के होते हैं A और B
इन्ही agglutinogens (antigen) की present तथा absent के आधार पर ब्लड का नामकरण किया गया है जिन RBCs की सतय पर एंटीजन A पाया जाता है उसे ब्लड ग्रुप A कहते हैं तथा जिन RBCs की सतय पर एंटीजन B पाया जाता हैं उसे B ब्लड ग्रुप कहते है।
ठीक इसी प्रकार जिस RBCs की सतय पर antigen A और B दोनों पाए जाते है उसे ब्लड ग्रुप AB कहते हैं और जिन RBCs की सतय पर कोई एंटीजन नहीं पाया जाता है उसे ब्लड ग्रुप O कहते हैं। इसके विपरीत ब्लड प्लाज्मा में कुछ प्राकतिक एंटीबाडीज पायी जाती हैं जिन्हे Agglutinin कहते हैं। ये Agglutinin दो प्रकार की होती हैं। Agglutinin Anti Aऔर Anti B
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what is RH factor in hindi
RH factor RBCs की सतय (membrain) पर पाया जाने वाला एक प्रोटीन होता है RH factor की खोज सन 1940 में कार्ल लैंडस्टीनर और वीनर scientists ने की थी इसे D एंटीजन याRHD भी कहते है ।
RH factor |
RH फैक्टर की Present तथा Absent के आधार पर blood groups को 2 भागो में divide किया गया है-
जिन व्यक्तियों के blood में RH factor उपस्थित रहता हैं उसे RH positive blood group कहते हैं। तथा जिन व्यक्तियों मेंRH factor Absent होता हैं उसे RH नेगेटिव कहते हैं। विश्व में लगभग 85 प्रतिशत व्यक्तियो में RH फैक्टर पाया जाता हैं और 15 प्रतिशत व्यक्तियों में RH factor नहीं पाया जाता है।
इस प्रकार रह फैक्टर की उपस्थिति तथा अनुपस्थिति के आधार पर ब्लड ग्रुप 8 प्रकार के होते हैं ।
- Blood group A positive
- Blood group B positive
- Blood group AB positive
- Blood group O positive
- Blood group A negative
- Blood group B negative
- Blood group AB negative
- Blood group O negative
इन सब के आलावा एक ब्लड ग्रुप और होता है जिससे बॉम्बे ब्लड ग्रुप कहते है ।
bombay blood group में Rbcs की serface पर एक विशेष प्रकार के antigen H का आभाव होता है और bombay blood group के plasma में इस H antigen के agenst antibodies पाई जाती है।
इस H antigen के निर्माण के लिए आवश्यक gens क्रोमोसोम नंबर 19 पर पाए जाते है जब किसी कारण से gens में उत्परिवर्तन (mutation) हो जाता हैं तो RBCs की serface पर इस H antigen का निर्माण नहीं हो पाता है। इस प्रकार बॉम्बे blood group का निर्माण हुआ होगा।
bombay blood group की testing ( जांच) कैसे की जाती है
Blood group की जांच agglutination method पर आधारित है blood मे antibodies present होती है जब blood में antigen (antisera) mix करते है तो antigen antibodies की rection होती है और agglutination ( RBCs गुच्छे के रूप में ) दिखाई देती है ।
Blood group test |
जैसा कि आपको मालूम है कि bombe blood group एक प्रकार से O blood group के समान होता है। blood group की जांच करने पर यदि परिणाम O blood group आता है तब bombay blood group होने कि संभावना रहती है। तो फिर blood में H antisera mix करके RBCs की agglutination का observe करके बॉम्बे blood group का पता लगाया जाता है।
bombay blood group वाला व्यक्ति किस किस blood group वाले व्यक्ति को अपना blood दे सकता है ?
bombay blood group वाले व्यक्ति के blood में Rbcs की सतह पर कोई antigen नहीं पाया जाता हैं और बॉम्बे blood group ke blood के plasma मे A,B, और H antigen के agenst antibodies पाई जाती है।
Bombay blood group वाला व्यक्ति ABO blood group को red cell suspension और बॉम्बे blood group वाला व्यक्ति को whool blood donate कर सकता है।
bombay blood group वाला व्यक्ति किस किस से blood ले सकते हैं??
ABO blood groups RBCS की सतय पर H एंटीजन पाया जाता है जबकि bombay blood group में इस H antigen के agenst antibody present रहती हैं।
यदि कोई अन्य blood group वाला व्यक्ति bombay blood group वाले व्यक्ति को अपना blood देता है तो antigen antibody की reaction हो जाएगी जिससे blood clott होने से patient की death भी हो सकती है । ABO blood group bombay blood group वाले व्यक्ति सिर्फ बॉम्बे blood group वाले व्यक्ति से blood ले सकते है ।
सबसे कम पाए जाने वाला ब्लड ग्रुप कोन सा है ?
दुनिया मे सबसे कम पाया जाने वाला blood group, bombay blood group हैं और RH negative blood group विश्व का सबसे दुर्लभ (rarest) blood group है। RH negative blood world में केवल 50 व्यक्तियों में पाया जाता हैं ।
गोल्डन (golden) blood group क्या है?
गोल्डन blood group विश्व का सबसे दुर्लभ (rarest) blood group है। यह blood group विश्व भर में सिर्फ 50 व्यक्तियों में पाया जाता है इसे rh negative bombay blood group भी कहते हैं।
इसकी खोज सबसे Australia मे हुई थी इसे Rh null blood group भी कहते हैं। विश्व में सबसे कम व्यक्तियों में पाए जाने के कारण इसे गोल्डन ब्लड ग्रुप कहते हैं।
बॉम्बे ब्लड ग्रुप क्या हैं पोस्ट का सारांश
इस पोस्ट के द्वारा हमने बताया की बॉम्बे ब्लड ग्रुप क्या होता है?? यह ब्लड ग्रुप अन्य ब्लड ग्रुप से किस प्रकार अलग होता है?? इसकी खोज कब और कहा हुयी थी??
साथ ही हमने यह भी बताया की RH फैक्टर क्या होता है और यह फैक्टर कितना जरुरी होता है।
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धन्यवाद
हमारी बॉडी में ब्लड कैसे बनता है ??
Very nice information sir
जवाब देंहटाएंThanks
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