डी- डिमर टेस्ट क्या है ?/D-Dimer test in hindi ??
D-Dimer test in hindi डी डिमर एक blood के द्धारा किया जाने वाला टेस्ट है जो हमारे शरीर में D-Dimer के level को बताता हैं। डी डिमर एक small protein होता है जो ब्लड क्लॉट के घुलने से बनता है। डी डिमर को अन्य फ्रेगमेंट डी-डिमर फाइब्रिन डिग्रडेशन फ्रेगमेंट के नाम से भी जाना जाता हैं।
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D-Dimer test in hindi |
यह भी पढ़े :- यूरिन कल्चर टेस्ट hindi me blood clotting हमारे जीवन के लिए एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया हैं जब कभी हमें चोट लगती है तो शरीर से blood बहने लगता है और कुछ समय बाद चोट वाले स्थान पर रक्त का थक्का जम जाता है जिससे blood बहना रुक जाता है।
इस वजह हम अधिक blood loose होने से बचता है और कुछ समय बाद चोट ठीक होने पर ये clott body में घुल जाता हैं। सामान्यता शरीर में डी डिमर लेवल सामान्य रहता है परन्तु शरीर में blood clotting फैक्टर में Disease होने पर body के अंदर blood cloth बनने लगता हैं।
तब यह डी डिमर टेस्ट किया जाता है आज कल यह टेस्ट Covid-19 या कोरोना वायरस के इन्फेक्शन के लिए भी किया जाता है।
इस पोस्ट में हम जानेंगे की
- डी- डिमर टेस्ट क्या है D-Dimer test in hindi ??
- डी डिमर टेस्ट का क्या उपयोग है ??
- डी डिमर टेस्ट कब कराना चाहिए ??
- डी डिमर टेस्ट कैसे किया जाता है ??
- normal value of D-Dimer
- what is Pulmonary Embolism in Hindi?
- what is Pulmonary Embolism in Hindi?
- what is Disseminated intravascular coagulation?
डी डिमर टेस्ट का क्या उपयोग है ??
D-Dimer test in hindi डी डिमर टेस्ट का उपयोग कई सारी blood clotting disorder की कंडीशन में किया जाता है जैसे -
Deep vein thrombosis- इस कंडीशन में body में deep में present veins नसों में blood clott हो जाता है। DVT से अधिकतर पैर अधिक प्रभावित होते हैं और यह शरीर के अन्य भागो में भी हो सकता हैं।
Pulmonary embolism (PE)- की कंडीशन में यह बीमारी फेफड़ो की pulmonary artery के ब्लॉक होने के करण होती है। जब शरीर के अन्य भाग में बना हुआ blood clott टूट कर या ढीला होकर ब्लड के साथ circulation होते हुए lungs कीpulmonary artery में फस जाता है DVT इस बीमारी का मुख्य कारण है।
Disseminated intravascular coagulation (DIC)- की कंडीशन में इस condition में सम्पूर्ण शरीर में कई सारे ब्लड क्लॉट बनते हैं जिसके शरीर के अंगो को पर्याप्त मात्रा में ब्लड नहीं पहुंच पता है जिससे कई अंग क्षतिग्रस्त हो सकते है DIC कई सारी दर्द नाक चोटो , इन्फेक्शन या कैंसर के कारण होता है स्ट्रोक मस्तिष्क को रक्त की आपूर्ति में एक रुकावट है।
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डी डिमर टेस्ट कब कराना चाहिए ??
यदि आपको ब्लड क्लॉट विकार के लक्षण जैसे Deep vein thrombosis, Pulmonary embolism (PE), Disseminated intravascular coagulation (DIC) आदि दिखाई दे रहे हो यब यह टेस्ट करना चाहिए
Deep vein thrombosis (DVT) के लक्षण- पैरो में तेज दर्द होना या कोमलता।
- पैर में सूजन होना।
- पैरों पर लालिमा या लाल लकीरे।
- प्रभावित क्षेत्र की त्वचा का रंग नीला लाल या पीला होना।
Pulmonary embolism (PE)के लक्षण- साँस लेने में कठिनाई होना।
- अनियमित धड़कन खासी होना और खासी के साथ ब्लड आना।
- गहरी साँस लेने , खाँसने , झुकते समय सीने में दर्द होना आदि।
Disseminated intravascular coagulation (DIC)के लक्षण
- शरीर में रक्त का थक्का बनना।
- ब्लड प्रेशर का कम होना।
- त्वचा पर लाल चकते बनना।
डी डिमर टेस्ट कैसे किया जाता है ??
डी डिमर टेस्ट ब्लड सैंपल के द्वारा किया जाता है इस टेस्ट के लिए प्लाज्मा सैंपल की जरुरत होती है। सबसे पहले मरीज का ब्लड सैंपल कलेक्ट किया जाता है इसके बाद इस ब्लड सैंपल को तुरंत सोडियम साइट्रेट के साथ मिलाया जाता है।
सोडियम साइट्रेट(Sodium Citrate) एक प्रकार के एंटीकोगुलेन्ट(Anticoagulant) होता है जो ब्लड को क्लॉट होने से रोकता है ब्लड सैंपल को सोडियम साइट्रेट के साथ मिक्स करने के बाद इस सैंपल को लगभग 15 मिनट तक सेंट्रीफ्यूज किया जाता है।
सेंट्रीफ्यूज करने के सुपरनेटेन्ट(supernatent) प्लाज्मा को निकाल लिया जाता है फिर इस प्लाज्मा के द्वारा डी डिमर टेस्ट लगाया जाता है।
normal value of D-Dimer- less than 0.50
A positive D-Dimer is greater than 0.50
what is Deep vein thrombosis (DVT) in Hindi?
यह एक कंडीशन होती है जिसमे हमारी बॉडी की डीप वेन्स में ब्लड क्लॉट होने लगता है और यह ब्लड क्लॉट clumps में बदल जाता है। यह प्रॉब्लम मुख्य रूप से पैरो और जांघो में होती है परन्तु कभी कभी यह बॉडी के दूसरे भागो में भी हो सकती है।
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Deep vein thrombosis (DVT) |
इसमें जो नसें हमारे हार्ट से ब्लड को लाने ले जाने का काम करती है उनमे ब्लड क्लॉट बन जाते है और ब्लड का सर्कुलेशन धीरे होने लगता है। Deep vein thrombosis (DVT) को और अन्य बहुत से नामो से जाना जाता है जैसेकि थ्रोम्बोएम्बोलिस्म (thromboembolism), पोस्ट-थ्रोम्बोटिक सिंड्रोम (post-thrombotic syndrome), और पोस्टफ्लेबिटिक सिंड्रोम (postphlebitic syndrome) इत्यादि।
इसमें कुछ इस प्रकार के लक्षण दिखाई देते है -
- पैर या जांघो पे सूजन आने लगती है।
- जिस जगह ब्लड क्लॉट बनते है वहाँ दर्द होने लगता है।
- क्लॉट वाली जगह की स्किन लाल और गर्म होने लगती है।
- जिन लोगो को ऊपरी भागो जैसे कंधे या गर्दन के आस पास DVT होता है उनमे गर्दन दर्द , कंधे का दर्द , हाथ को घुमाने में दर्द और कमजोरी इत्यादि लक्षण दिखाई देते है।
what is Pulmonary Embolism in Hindi?
पल्मोनरी एम्बोलिस्म बीमारी की condition में lungs की नसों में blood clott बन जाता हैं इससे lungs में ब्लड का बहाव कम हो जाता है जिससे lungs damage होने लगते है साथ ही
blood में ऑक्सीजन का लेवल भी कम हो जाता है।
ब्लड में ऑक्सीजन के लेवल कम होने से body के दूसरे अंगो को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन नहीं मिल पाती है जिससे बॉडी के दूसरे orgens भी प्रभावित होने लगते है।
पल्मोनरी एम्बोलिस्म के कई कारण हो सकते है लेकिन इसका मुख्य कारण Deep vein thrombosis (DVT)) हैं। Deep vein thrombosis (DVT) के कारण पैरो और बॉडी के दूसरे भागो में बने blood clott टूटकर या ढीले होकर ब्लड के साथ बहते हुए लंग्स में पहुंचकर फस जाते है Pulmonary Embolism जिससे होता है।
what is Disseminated intravascular coagulation?
Disseminated intravascular coagulation बीमारी एक गंभीर disease है ब्लड में पाए जाने वाले ये क्लॉटिंग प्रोटीन चोट वाले स्थान पर पहुंचकर ब्लड क्लॉथ बनता हैं। जिससे ब्लड का बहना बंद हो जाता है।
लेकिन Disseminated intravascular coagulation disease ब्लड क्लॉथ बनाने वाले प्रोटीन को activate कर देता है इस बीमारी में पूरी बॉडी में कई सारे में छोटे छोटे blood clott बन जाते है।
ये blood clott ब्लड के साथ बहते हुए शरीर के दूसरे अंगो जैसे liver , kidney , brain आदि तक पहुंचते हैं तो इन अंगो की नसों में फस जाते है इससे इन orgens में blood की suply कम हो जाती है और body orgens damage होने लगते है।
conclusion for what is d dimer test for covid in Hindi
D-Dimer test in hindi पोस्ट में में हमने जाना की डी डिमर क्या होता है? डी डिमर टेस्ट क्या होता है ? और यह टेस्ट कैसे किया जाता है? डी डिमर टेस्ट का क्या उपयोग है?,साथ ही हमने यह बताया की इस टेस्ट का क्या उपयोग है ?और किन किन बीमारियों में यह काम आता है।
डीप वेन थ्रोम्बोसिस (Deep vein thrombosis (DVT) के बारे में भी बताया और पल्मोनरी एम्बोलिस्म(PE) को भी समझाया है। उम्मीद करता हु की आपको यह पोस्ट पसंद आयी होगी।
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धन्यवाद ।
That's fantastic dear
जवाब देंहटाएंthanks dear
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